मनुज जन्म पाके हों धन्य यदि सुकर्म कर पाए हम। मनुज जन्म पाके हों धन्य यदि सुकर्म कर पाए हम।
अंत ही आरंभ है सृष्टि का प्रारंभ है समय की पुकार है अंत ही आरंभ है! अंत ही आरंभ है सृष्टि का प्रारंभ है समय की पुकार है अंत ही आरंभ है!
नाम तुमारा चमके अंत समय तक ऐसे कर्म तुम जीवन मे कर जाओ....... नाम तुमारा चमके अंत समय तक ऐसे कर्म तुम जीवन मे कर जाओ.......
अंत समय तक वृक्ष से, रहा था जिन का मोह सूख चुके हैं अंत की, बाट रहे हैं जोह अंत समय तक वृक्ष से, रहा था जिन का मोह सूख चुके हैं अंत की, बाट रहे हैं जोह
दो दिन की ज़िन्दगी है यारों, अभी मजे़ कर लो, माटी से आए थे, माटी में मिल जाना है। आखिरकार अंत मैं स... दो दिन की ज़िन्दगी है यारों, अभी मजे़ कर लो, माटी से आए थे, माटी में मिल जाना है...
बालापन हंस खेल गंवाओं, जवानी इतराओं। आओ बुढ़ापो कमर भई टेढ़ी, मूरख, खूब पछताओं। बालापन हंस खेल गंवाओं, जवानी इतराओं। आओ बुढ़ापो कमर भई टेढ़ी, मूरख, खूब...